प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना और पुनर्गठित मौसम आधारित फसल बीमा योजना 2025-26 तक जारी- किसानों के लिए एक लाभदायक योजना(Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana – PMFBY Status Check- A Beneficial Scheme for Farmers):

कृषि क्षेत्र को सशक्त बनाने की दिशा में बड़ा कदम: प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना और पुनर्गठित मौसम आधारित फसल बीमा योजना 2025-26 तक जारी (Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana – PMFBY Status Check कर सकते हैं ।

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) भारत सरकार द्वारा 2016 में शुरू की गई एक अत्यंत महत्वपूर्ण योजना है, जो किसानों को प्राकृतिक आपदाओं से फसल नुकसान के जोखिम से बचाने के उद्देश्य से लाई गई है। इस योजना को 2025-26 तक जारी रखने का निर्णय लिया गया है, जिसके लिए कुल बजट 69,515.71 करोड़ रुपये निर्धारित किया गया है।

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की विशेषताएं और लाभ (Features and Benefits of PMFBY)

  1. फसल नुकसान का जोखिम कवरेज (Risk Coverage for Crop Loss):
    • प्राकृतिक आपदाओं, कीटों और बीमारियों के कारण फसल क्षति पर वित्तीय सहायता।
    • यह योजना किसानों की आय को स्थिर करने में मदद करती है।
  2. प्रौद्योगिकी का उपयोग (Use of Technology):
    • यील्ड एस्टिमेशन सिस्टम (YES-TECH): रिमोट सेंसिंग तकनीक के माध्यम से फसल उपज का सटीक अनुमान।
    • वेदर इंफॉर्मेशन और नेटवर्क डेटा सिस्टम (WINDS): स्वचालित मौसम स्टेशन और वर्षा मापक यंत्र का उपयोग।
  3. कम प्रीमियम दरें (Low Premium Rates): (यहाँ दरें कैलकुलेट करें- https://pmfby.gov.in/ )
फसल का प्रकारखरीफरबी
खाद्यान्न और तिलहन2%1.5%
वार्षिक बागवानी और व्यावसायिक फसलें5%
Premium Rates
  1. प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना क्लेम प्रक्रिया (PMFBY Status Check Claim Process):
    • सरल और तेज़ दावा प्रक्रिया।
    • किसानों को सीधे उनके बैंक खातों में राशि भेजी जाती है।

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत कौन आ सकते हैं? (Eligibility for PMFBY)

  1. ऋणी किसान (Loanee Farmers):
    • मौसमी कृषि ऋण प्राप्त करने वाले सभी किसानों के लिए यह योजना अनिवार्य है।
  2. गैर-ऋणी किसान (Non-Loanee Farmers):
    • यह योजना वैकल्पिक है।
    • पंजीकरण के लिए किसानों को राष्ट्रीय फसल बीमा पोर्टल (NCIP) पर आवेदन करना होगा।

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना सूची (Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana List)

PMFBY Status Check

इस योजना में शामिल राज्यों की सूची:
अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह, आंध्र प्रदेश, असम, छत्तीसगढ़, गोवा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, झारखंड, मेघालय, मणिपुर, पुडुचेरी, राजस्थान, सिक्किम, त्रिपुरा, उत्तराखंड, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, ओडिशा, तमिलनाडु, कर्नाटक

कैसे करें PMFBY स्थिति जांच ? (How to Check PMFBY Status ?)

  1. आधार कार्ड से जांच (PMFBY Status by Aadhaar Card):
    • राष्ट्रीय फसल बीमा पोर्टल पर आधार नंबर दर्ज करें।
    • स्थिति की जानकारी पाएं।
  2. ग्राम सूची (PMFBY Village List):
    • वेबसाइट पर अपनी ग्राम पंचायत का चयन करें।
    • पंजीकृत किसानों की जानकारी प्राप्त करें।
  3. मोबाइल ऐप का उपयोग (Use of Mobile App):
    • आधिकारिक PMFBY ऐप डाउनलोड करें।
    • स्थिति और अन्य विवरण तुरंत जांचें।

तकनीकी और नवाचार (Technology and Innovation)

  1. फंड फॉर इनोवेशन एंड टेक्नोलॉजी (FIAT):
    • योजना में पारदर्शिता बढ़ाने और दावों के निपटान को सरल बनाने के लिए 824.77 करोड़ रुपये का फंड।
  2. WINDS का कार्यान्वयन (Implementation of WINDS):
    • 2024-25 से शुरू होगा।
    • ग्राम स्तर पर स्वचालित मौसम डेटा के लिए नेटवर्क का 5 गुना विस्तार।
  3. सैटेलाइट मॉनिटरिंग (Satellite Monitoring):
  • फसल की निगरानी और क्षति आकलन के लिए उन्नत सैटेलाइट तकनीक।

योजना के तहत शामिल फसलें (Crops Covered under PMFBY)

  1. खाद्यान्न फसलें (Cereals, Millets, Pulses)
  2. तिलहन (Oilseeds)
  3. वार्षिक बागवानी और व्यावसायिक फसलें (Annual Horticultural and Commercial Crops)

योजना का महत्व (Importance of the Scheme)

  • यह योजना किसानों को प्रोत्साहित करती है कि वे आधुनिक कृषि पद्धतियों को अपनाएं।
  • कृषि क्षेत्र में क्रेडिट के प्रवाह को सुनिश्चित करती है।
  • खाद्य सुरक्षा और कृषि क्षेत्र की प्रतिस्पर्धात्मकता में वृद्धि करती है।
  • ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करती है।
  • किसानों को आत्महत्या के मामलों को कम करने में मदद करती है।

चुनौतियाँ और समाधान (Challenges and Solutions)

  1. चुनौतियाँ:
    • सभी किसानों तक योजना की जानकारी का अभाव।
    • क्लेम प्रक्रिया में देरी।
  2. समाधान:
    • जागरूकता अभियान चलाना।
    • तकनीकी सुधारों का अधिक उपयोग।
    • समय पर क्लेम भुगतान सुनिश्चित करना।

निष्कर्ष (Conclusion)

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना किसानों के लिए एक वरदान साबित हुई है। इसकी मदद से न केवल फसल नुकसान की भरपाई होती है, बल्कि यह कृषि क्षेत्र में नई तकनीकों और नवाचार को बढ़ावा देती है। सरकार का यह प्रयास किसानों को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यदि योजना के तहत सभी किसानों को लाभ पहुंचाने के लिए सतत प्रयास किए जाएं, तो यह भारतीय कृषि क्षेत्र को नई ऊंचाइयों पर ले जाने में सहायक होगी।

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