भारत में कारीगर और शिल्पकार देश की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर के प्रमुख आधार हैं। इनकी कला और शिल्प कौशल को सशक्त बनाने के लिए, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 77वें स्वतंत्रता दिवस पर पीएम विश्वकर्मा योजना (PM Vishwakarma Scheme) की घोषणा की। यह योजना 17 सितंबर 2023 को विश्वकर्मा जयंती पर नई दिल्ली के इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन एंड एक्सपो सेंटर में लॉन्च की गई।
पीएम विश्वकर्मा योजना का उद्देश्य (PM Vishwakarma Scheme Objectives)
पीएम विश्वकर्मा योजना (PM Vishwakarma Scheme) का मुख्य उद्देश्य पारंपरिक शिल्प कौशल को बढ़ावा देना और कारीगरों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाना है। यह योजना उन कारीगरों को लक्षित करती है जो असंगठित क्षेत्र में काम करते हैं, जैसे लोहार, सुनार, कुम्हार, मूर्तिकार, बढ़ई, आदि।
पीएम विश्वकर्मा योजना की मुख्य विशेषताएँ (PM Vishwakarma Scheme Key Features)
विशेषता | विवरण |
पूरी तरह से केंद्र सरकार द्वारा वित्त पोषित | योजना का कुल बजट ₹13,000 करोड़ है। |
निःशुल्क पंजीकरण | कारीगरों का पंजीकरण सामान्य सेवा केंद्रों पर बायोमेट्रिक आधारित पोर्टल के माध्यम से किया जाता है। |
प्रमाणपत्र और आईडी कार्ड | पंजीकृत कारीगरों को पीएम विश्वकर्मा प्रमाणपत्र और आईडी कार्ड दिया जाता है। |
गिरवी-मुक्त ऋण | 5% ब्याज दर पर ₹1 लाख (पहली किस्त) और ₹2 लाख (दूसरी किस्त) तक का ऋण उपलब्ध। |
टूलकिट प्रोत्साहन | ₹15,000 तक की सहायता राशि ई-वाउचर के रूप में। |
कौशल उन्नयन | बुनियादी और उन्नत प्रशिक्षण, डिजिटल लेनदेन और विपणन सहायता। |
पीएम विश्वकर्मा योजना के मुख्य लाभ (PM Vishwakarma Scheme Major Benefits)
- औजारों तक आसान पहुँच: आधुनिक उपकरणों से कारीगरों की दक्षता और उत्पादकता में वृद्धि।
- कौशल प्रशिक्षण: उद्योग की आवश्यकताओं के अनुसार प्रशिक्षण कार्यक्रम।
- उत्पाद विकास में सहयोग: शिल्पकारों की प्रतिस्पर्धा बढ़ाने के लिए।
- रोजगार के अवसर: परामर्श और नौकरियों के लिए समर्थन।
पीएम विश्वकर्मा योजना पात्रता (PM Vishwakarma Scheme Eligibility)
- औद्योगिक इकाइयाँ: खासकर सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग (MSME) से जुड़े कारीगर।
- प्रशिक्षण पात्रता: स्कूल छोड़ने वालों से लेकर उच्च शिक्षा प्राप्त करने वाले सभी।
इस योजना में 25 पारंपरिक कार्य शामिल हैं (25 Traditional Trades Covered)
योजना के तहत विभिन्न प्रकार के पारंपरिक कार्यों को शामिल किया गया है, जैसे:
- लोहार
- सुनार
- बढ़ई
- कुम्हार
- मूर्तिकार
- दर्जी
- नाई
- मालाकार
- अन्य 17 पारंपरिक कारीगर
पीएम विश्वकर्मा योजना ऑनलाइन आवेदन 2024 (PM Vishwakarma Yojana Apply Online 2024)
2024 में पीएम विश्वकर्मा योजना के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन हेतु ओफ्फ्सिअल वेबसाइट पर क्लिक करें – https://pmvishwakarma.gov.in/
योजना की सफलता (Success of the Scheme)
योजना की शुरुआत से ही इसे कारीगरों से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है।
- अब तक 25.8 मिलियन आवेदन प्राप्त हुए हैं।
- 2.37 मिलियन कारीगर पंजीकृत हो चुके हैं।
- 1 मिलियन से अधिक कारीगरों को टूलकिट प्रोत्साहन मिल चुका है।
निष्कर्ष (Conclusion)
पीएम विश्वकर्मा योजना (PM Vishwakarma Yojana) कारीगरों को आर्थिक और सामाजिक रूप से सशक्त बनाने की एक ऐतिहासिक पहल है। यह योजना न केवल कारीगरों की आजीविका में सुधार करेगी, बल्कि भारत की सांस्कृतिक धरोहर को भी संरक्षित रखेगी।
“विश्वकर्माओं का सम्मान, भारत का उत्थान।”
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